
काकी कहानी | हिन्दीकुंज,Hindi Website/Literary Web …
भोला ने एक ही डाँट में बता दिया कि श्यामू भैया ने रस्सी और पतंग मँगाने के लिए निकाला था।विश्वेश्वर ने श्यामू के कई तमाचे जड़े और पतंग फाड़ डाली। रस्सियों के बारे में पूछने पर भोला ने श्यामू के पतंग तानकर काकी को नीचे उतारने की बात बता दी। विश्वेश्वर हतबुद्धि होकर खड़े रह गये। जब उन्होंने फटी पतंग उठायी तो उस पर चिपके कागज पर लिखा था - काकी।.
काकी - कहानी | हिन्दवी - Hindwi
लोग जब उमा को श्मशान ले जाने के लिए उठाने लगे तब श्यामू ने बड़ा उपद्रव मचाया। लोगों के हाथों से छूटकर वह उमा के ऊपर जा गिरा। बोला—“काकी सो रही हैं, उन्हें इस तरह उठाकर कहाँ लिए जा रहे हो? मैं न जाने दूँगा।” श्यामू गंभीर हो गया!
काकी | Welcome
कहानी में अत्यंत मार्मिक ढंग से एक अबोध तथा मासूम बालक की मातृवियोग की पीड़ा को व्यक्त किया गया है | कहानीकार ने यह चित्रित किया है कि बालकों का ह्रदय अत्यंत कोमल , भावुक तथा संवेदनशील होता है बच्चों की मनोवैज्ञानिक स्थिति को स्पष्ट करना ही इस कहानी का उद्देश्य है | बच्चे जीवन की वास्तविकता से अपरिचित होते हैं , कल्पना की प्रधानता उनकी …
Kaki - काकी | Kriti Educational Videos | Class 6 Moral Story in …
Presenting "Kaki - काकी", a beautiful moral story for Class 6 students, brought to you by Kriti Educational Videos. This touching story teaches the importance of empathy, kindness, and...
KAKI - HINDI : NBT : Free Download, Borrow, and Streaming : …
2021年12月25日 · KAKI, HINDI, SHORT STORY, SIYARAMSHARAN GUPT, NATIONAL BOOK TRUST, NBT Collection ArvindGupta; JaiGyan Language Hindi Item Size 6.4M
Kaki summary in hindi - 'काकी' कहानी का सारांश …
2020年8月14日 · उसकी काकी उमा, एक कम्बल पर नीचे से ऊपर तक एक कपड़ा ओढ़े हुए भूमि-शयन कर रही हैं. और घर के सब लोग उसे घेरकर बड़े करुण स्वर में विलाप कर रहे हैं. लोग जब उमा को श्मशान ले जाने के लिए उठाने लगे तब श्यामू ने बड़ा उपद्रव मचाया. लोगों के हाथों से छूटकर वह उमा के ऊपर जा गिरा. बोला, “काकी सो रही हैं. उन्हें इस तरह उठाकर कहां लिये जा रहे हो? मैं न जाने दूं.”
सियारामशरण गुप्त काकी कहानी
लोग जब उमा को श्मशान ले जाने के लिए उठाने लगे तब श्यामू ने बड़ा उपद्रव मचाया। लोगों के हाथों से छूटकर वह उमा के ऊपर जा गिरा। बोला - “काकी सो रही हैं, उन्हें इस तरह उठाकर कहाँ लिये जा रहे हो? मैं न जाने दूँ।” श्यामू गम्भीर हो गया!
काकी | सियारामशरण गुप्त | Hindi Story by Siyaramsharan …
काकी - सियारामशरण गुप्त की यह कहानी एक अबोध बालक का अपनी माँ के प्रति गहरा प्रेम प्रकट करती है। Hindi Story by Siyaramsharan Gupt.
Kaki Story in Hindi | सियारामशरण गुप्त रचित कहानी काकी
2024年11月14日 · उस दिन बड़े सवेरे श्यामू की नींद खुली तो उसने देखा घर भर में कुहराम मचा हुआ है। उसकी माँ नीचे से ऊपर तक एक कपड़ा ओढ़े हुए कम्बल पर भूमि-शयन कर रही है और घर के सब लोग उसे घेर …
Kaki By Siyaramsharan Gupt : Writer: Siyaramsharan Gupt Ji
2013年11月17日 · Kaki By Siyaramsharan Gupt Bookreader Item Preview ... Story: Kaki Writer: Siyaramsharan Gupt _____ Editing and Uploading By: Mayank Saxena "HONEY" Agra, Uttar Pradesh, India _____ Addeddate 2013-11-17 04:31:23 Identifier KakiBySiyaramsharanGupt Identifier-ark ark:/13960/t6059wg6h ...