पायलिया झनकार रे मोरी
पायलिया झनकार रे मोरी
झनन-झनन झनके, झनन-झन पायलिया
पिया, समझाऊँ, समझत नाही
हाय रामा, ये क्या हुआ? क्यूँ ऐसे हमें सताने लगे?
तुम इतनी प्यारी हो सामने, हम क़ाबू में कैसे रहें?
जाओ, हम को तो आती शर्म है
तेरी ऐसी अदा पे तो फ़िदा हम हैं
हाय रामा, ये क्या हुआ? क्यूँ ऐसे हमें सताने लगे?
तुम इतनी प्यारी हो सामने, हम क़ाबू में कैसे रहें?
जाओ, हम को तो आती शर्म है
तेरी ऐसी अदा पे तो फ़िदा हम हैं
हो, तौबा, मेरी तौबा, अब क्या सितम है?
कैसी ज़िद करने लगे?
जाने तुमने क्या-क्या सोचा आगे-आगे
हम तो अब डरने लगे
अरे, सोचा है ये कि रात और दिन तुझे प्यार करेंगे हम
डरते हो क्यूँ, ओ, जान-ए-मन, मेरे प्यार से?
हाय रामा, ये क्या हुआ? क्यूँ ऐसे हमें सताने लगे?
तुम इतनी प्यारी हो सामने, हम क़ाबू में कैसे रहें?
जाओ, हम को तो आती शर्म है
तेरी ऐसी अदा पे तो फ़िदा हम हैं
हाय रामा, ये क्या हुआ? क्यूँ ऐसे हमें सताने लगे?
तुम इतनी प्यारी हो सामने, हम क़ाबू में कैसे रहें?
काली-काली ज़ुल्फें, गोरी-गोरी बाँहें
मुझको तड़पाने लगी
होंठ भीगे-भीगे, नशीली ये आँखें
प्यास को जगाने लगी
छोड़ो ना ऐसी बातों को, रोको ना राहों को
हो, मोड़ो ना मेरी बाँहों को, जाने दो ना
हाय रामा, ये क्या हुआ? क्यूँ ऐसे हमें सताने लगे?
तुम इतनी प्यारी हो सामने, हम क़ाबू में कैसे रहें?
जाओ, हम को तो आती शर्म है
तेरी ऐसी अदा पे तो फ़िदा हम हैं
हाय रामा, ये क्या हुआ? क्यूँ ऐसे हमें सताने लगे?
तुम इतनी प्यारी हो सामने, हम क़ाबू में कैसे रहें?
जाओ, हम को तो आती शर्म है
तेरी ऐसी अदा पे तो फ़िदा हम हैं